हमारा विज़न
हमारी सोच झारखंडी समाज को बढ़ावा देना और समाज की सेवा करना है। हम झारखंडी भाषा, सामाजिक, सांस्कृतिक विरासत की रक्षा कर असली झारखंड का निर्माण करना चाहते हैं।सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक गतिविधियों के साथ झारखंडी भावना के माध्यम से बच्चों, युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को जोड़ना हमारी प्राथमिकता सूची में है। समाज के वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए सांस्कृतिक और भाषाई विरासत की रक्षा करना हम अपना राजनीतिक कर्तव्य मानते हैं।
हमारी आर्थिक सोच क्या है?
जहाँ हर हाथ को काम हो, हर काम का मान हो,हर काम को इतना दाम हो कि हर कोई अपनी मेहनत की कमाई से खुशहाल जिंदगी जी सके। मुनाफ़े की मर्यादा हो ताकि किसी का भोग बाकी सबकी खुशी न छीने,हमारा विकास आने वाली पीढ़ियों के वाजिब हिस्से और पर्यावरण को नुकसान पंहुचा कर न हो।
हम कैसी सामजिक व्यवस्था चाहते हैं?
जहाँ राज्य, समुदायों और इंसानों के बीच या आपस में किसी तरह की जोर-जबरदस्ती न हो।शोषण,भेदभाव और नफरत न हो,जहाँ जीवन के अवसर जन्म के संयोग से न बंधे हों
हम कैसी शिक्षा व्यवस्था चाहते हैं?
जो सबको समान रूप से सार्थक ज्ञान और चेतना दे। इंसान को इंसान से जोड़े।सबको देश और दुनिया की सांस्कृतिक विरासत से जोड़े। प्रश्न करने का साहस दे। उत्तर देने की क्षमता दे।
हम कैसी दुनिया की परिकल्पना करते हैं?
जहाँ देश और दुनिया के बीच, आदमी और औरत के बीच अलग-अलग जाति,धर्म और संस्कृति के इंसान और इंसान के बीच तथा इंसान और प्रकृति के बीच समभाव हो।
हमारे जड़ों का संबंध किससे है?
हम शोषण विरोधी आंदोलन के बीज से पनपे हैं। जल,जंगल और जमीन के जनांदोलनों ने हमें सींचा है। भारत के संविधान का दर्शन हमारा प्रकाश पुंज है। हम अपनी विरासत से प्रेरित हैं। अपनी विरासत से सीखते हुए, नए अनुभवों से गुजरते हुए अपने देशकाल के प्रश्नों के उत्तर के लिए हम लगातार प्रयत्न कर रहे हैं।
हमारा मार्ग क्या है?
सपने की ओर बढ़ने के लिए राजनीति के मार्ग पर चलना जरूरी है। हमारे लिए राजनीति कैरियर या धंधा नहीं बल्कि युगधर्म है। हमारे लिए राजनीति का मतलब सिर्फ चुनाव लड़ना और सरकार बनाना नहीं है। हमारी राजनीति में जनांदोलन और संघर्ष जरूरी हिस्सा है। सृजन और निर्माण हम सबके लिए चाहते हैं। चुनाव और सत्ता की राजनीति इन सब आयामों के साथ जुड़कर ही सार्थक हो सकती है, नहीं तो वो फिसलकर बेलगाम सत्ता लोलुपता का शिकार हो जाती है। इसलिए राजनीति की जमीन को आम आदमी के लिए तैयार करना आज हमारा पहला मुख्य उद्देश्य है।
हमारा संकल्प क्या है?
इस सफर में हम फिसलन से बचें और हमारा हर कदम हमारे सपने की ओर बढ़े इस लिए सबसे पहले हम अपनी कथनी और करनी में एकरूपता रखने का हर संभव प्रयास करते हैं। हम अपने फैसले को लोकतान्त्रिक तरीके से लेकर हर सहयोगी की बात सुनते हैं। हम असहमति का सम्मान करते हैं। हम सामूहिक नेतृत्व को बढ़ावा देने में विश्वास रखते हैं। संघात्मक भावना का सम्मान हमारा संकल्प है। जहाँ तक संभव हो सके फैसले केन्द्रीयकृत तरीके से नहीं बल्कि जमीनी स्तर पर फैसले लेने का हम प्रयास करते हैं। हम अपने काम-काज में पारदर्शिता बरतते हैं। हम यथार्थ में विश्वास रखते हैं। हम विविधता का सम्मान करने और ईमानदारी से कोशिश करने में आस्था रखते हैं। सत्ता के हाशिये पर रहे समूहों, दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक आदिको नेतृत्व में हम समुचित स्थान दिलाना चाहते हैं।
हम किस कदम पर चल रहे हैं?
इस मार्ग पर अपनी मंजिल की ओर बढ़ने के लिए हम अपने कदमों को लगातार बढ़ा रहे हैं। खेती ,किसानी के संकट और जल,जंगल,जमीन की लूट पर एक सर्वव्यापी आंदोलन खड़ा करने को लेकर हम संघर्षरत हैं। जिसमें आदिवासी और गैर आदिवासी, भूस्वामी, काश्तकार, बटाईदारऔर खेतिहर मजदूर के साथ-साथ मछुआरों और दूध उत्पादकों आदि सभी को जोड़ा जा सके।
शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण और रोजगार जैसे बुनियादी मुद्दों पर जनजागरण, जनसुनवाई और जनसंघर्ष के रास्ते पर हम आगे बढ़ेंगे। महिला विरोधी और जातीय भेदभाव तथा हिंसा के विरुद्ध हम अभियान चलाकर सामजिक न्याय के बारे में पूरे समाज में चेतना निर्माण करने के लिए हम संघर्षरत हैं।राज्य के सभी बड़े मुद्दों पर राज्य के हर वर्ग को जोड़कर एक नयी कार्ययोजना बनाना हम अपना मूल दायित्व समझते हैं। कार्ययोजना को सामने रख कुछ कदम चलने के बाद हम सामूहिक समीक्षा करने और आगे क्या-क्या कदम उठाने हैं इसके लिए हम चर्चा करते हैं। इस नाजुक मोड़ पर झारखंड के उस अभूतपूर्व ऊर्जा को हम बिखरने नहीं देगें जो सालों की लड़ाई के बाद झारखंड को मिली है। हम उस आस्था को टूटने नहीं देना चाहते हैं जो आजसू पार्टी के प्रति राज्य की जनता अपने मन में रखती है। हम दृढ संकल्पित हैं कि राज्य नए आयाम गढ़े। झारखंड की मिट्टी से चली आदर्शों की मशाल हम बुझने न देंगे। रास्ता भले ही कठिन हो लेकिन यह सफर रुकेगा नहीं। हमें भरोसा है कि झारखंडवासियों में असीम उर्जा है और यह उर्जा राज्य को तरक्की प्रदान करेगा। इस आस्था और संकल्प के बल पर हमसब एक लम्बे एवं कठिन संघर्ष के रास्ते पर चल रहे हैं।