गोविंद बाबू बिनोद बाबू के प्रतिछाया थे, जिन्होनें अलग राज्य के आंदोलन को उर्जा देने का काम किया – सुदेश महतो
हमें बिनोद के सपनों का झारखंड बनाना है. गोबिंद बाबू जैसे महापुरूषों के अरमानों को पूरा करना है. गोविंद बाबू बिनोद बाबू के प्रतिछाया थे, जिन्होनें अलग राज्य के आंदोलन को उर्जा देने का काम किया, ऐसे महान व्यक्तित्व की कर्मठता को याद करते है उनके जीवन चरित्र को आत्मसात करने और आदर्शों पर चलने का संकल्प लेते हैं। उक्त बातें शनिवार को झारखंड के पूर्व डिप्टी सीएम सह आजसू पार्टी के सुप्रिमो़ सुदेश महतो नें गोविंद महतो की 16 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित प्रतिमा अनावरण समारोह के दरम्यान सभा को संबोधित करते हुए कही। हमें इतिहास को दोहराने की एवं इतने लोगों के अरमानों को पूरा करने की जिम्मेदारी लेनी होगी। हमें दायरे को बड़ा करने की जरूरत है।अलग राज्य के मकसद को पूरा करना है। अलग राज्य तो मिला लेकिन उसे सुरक्षित रखने की जरूरत है. अपने वजूद को बचाये रखने की जरूरत है। सरकार का निर्माण जनता करती है, सरकार का भी ये दायित्व बनता है कि जनता का भविष्य का निर्माण कैसे हो।
टुण्डी के विधायक श्री राजकिशोर महतो ने कहा कि गोविन्द बाबु ने सामाजिक और राजनीतिक दोनों ही क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिये। शिवाजी समाज का निर्माण कर समाज सुधार का काम किये वहीं झारखंड आंदोलन को गति देने का काम किया. इस अवसर पर गोमिया के पूर्व विधायक क्षत्रुराम महतो ने कहा कि गरीबों, मजदूरों और बिस्थापितों के हक के लिए लड़े, समाज के विकास में उनके सहयोग को भुलाया नही जा सकता। चंदनकियारी के पूर्व विधायक उमाकांत रजक नें कहा कि गोविंद बाबू गरीबों के मसीहा थे।
उपस्थित लोग – इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता हरिराम महतो व संचालन खाड़ीराम मुर्मु ने किया। मौके पर धनेश्वर महतो, किस्टो भगत, महादेव महतो, पंचानन महतो, माणिक चंद्र महतो, सचिन महतो, अश्विनी महतो, हरीशचंद्र महतो, अजीत महतो, दुर्गाचरण महतो, सिम्मी महतो, ईश्वर महतो, सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित थे।